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फेस्टिव सीजन में प्लान कर रहे हैं देव दर्शन तो South India के इन मंदिरों की करें धार्मिक यात्रा

अगर आप भी त्योहारी सीजन में देव दर्शन करने का प्लान कर रहे हैं तो South India के इन मंदिरों की धार्मिक यात्रा कर सकते हैं। आइए जानते हैं।

South India: फाल्गुन के महीने में रंगों का त्योहार होली मनाया जाता है। इसकी शुरुआत शिवरात्रि से होती है। कई जगहों पर वसंत पंचमी के दिन से ही होली मनाई जाती है। इस मौके पर लंबी छुट्टी होती है। इस दौरान लोग छुट्टी पर चले जाते हैं।

आसान शब्दों में कहा जाए तो लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर होली का लुत्फ उठाते हैं। वहीं, कुछ लोग त्योहारों के मौसम में धार्मिक तीर्थ यात्रा पर जाते हैं। अगर आप भी त्योहारी सीजन में देव दर्शन करने का प्लान कर रहे हैं तो South India के इन मंदिरों की धार्मिक यात्रा कर सकते हैं। आइए जानते हैं-

मीनाक्षी मंदिर

त्योहारों के मौसम में आप धार्मिक यात्रा के लिए मीनाक्षी मंदिर जा सकते हैं। यह मंदिर तमिलनाडु के मदुरै शहर में स्थित है। मंदिर में भगवान महादेव और देवी पार्वती की मूर्ति स्थापित है। माता पार्वती को मीनाक्षी देवी के नाम से जाना जाता है। महादेव और माता पार्वती के दर्शन के लिए आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ मीनाक्षी मंदिर जरूर जाएं।

एकम्बरेश्वर मंदिर

यह मंदिर South India में तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम में भी स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। कांचीपुरम में एक “मूमूर्थ्यवसम” है। इस मंदिर के प्रांगण में एक अति प्राचीन आम का वृक्ष है। इसकी हर शाखा पर अलग-अलग रंग के आम लगते हैं। फलों का स्वाद भी अलग रहता है। त्योहारी सीजन में आपको देव दर्शन के लिए एकंबरेश्वर मंदिर जरूर जाना चाहिए।

श्री गोविंदराजास्वामी मंदिर

आप देव दर्शन के लिए श्री गोविंदराजास्वामी मंदिर जा सकते हैं। यह मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तिरुमाला पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर की स्थापना वैष्णववाद के संस्थापक श्री रामानुज ने की थी। इस मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। बड़ी संख्या में भक्त देवता के दर्शन के लिए श्री गोविंदराज स्वामी मंदिर जाते हैं।

विरुपाक्ष मंदिर

आप देव दर्शन के लिए हम्पी के पास विरुपाक्ष मंदिर भी जा सकते हैं। यह मंदिर पवित्र नदी तुंगभद्रा के तट पर स्थित है। विरुपाक्ष मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में देवों के देव महादेव का वास है। वहीं, मंदिर का गोपुरम 50 मीटर ऊंचा है। आप भगवान शिव से आशीर्वाद लेने के लिए अपने परिवार के सदस्यों के साथ विरुपाक्ष मंदिर जा सकते हैं।

मुरुदेश्वर मंदिर

मुरुदेश्वर मंदिर कर्नाटक के कन्नड़ जिले में है। भगवान शिव को स्थानीय भाषा में मुरुदेश्वर कहा जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव की दूसरी सबसे ऊंची मूर्ति है। यह मंदिर मंगलुरु से 165 किमी दूर है। देवों के देव महादेव के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए आप मुरुदेश्वर मंदिर जा सकते हैं।

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