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लखनऊ एयरपोर्ट से रात में नहीं उडेंगे विमान; जानिए क्या है वजह

लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने खबर जारी की है कि अगले चार महीने तक रात की कोई भी फ्लाइट लखनऊ से टेकऑफ या लैंडिंग नहीं कराई जाएगी। एअरपोर्ट प्रसाशन से मिली जानकारी के मुताबिक यह व्यवस्था अगले महीने 23 फरवरी से 11 जुलाई 2023 तक लागू रहेगी। 

एयरपोर्ट अथॉरिटी के एक सर्कुलर के अनुसार इन चार महीनों तक रात 9:30 बजे से सुबह 6 बजे तक के बीच कोई उड़ान संचालन नहीं होगा। 

क्या है इस फ्लाइट बैन की वजह ?

एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक, रनवे के टर्निंग पैड की पट्टी उखड़ चुकी है और इसके तत्काल मरम्मत की जरूरत है। इस संबंध में पहले ही डीजीसीए से लखनऊ एयरपोर्ट प्रबंधन को दो बार चेतावनी मिल चुकी है। इसी क्रम में एयरपोर्ट प्रबंधन ने 23 फरवरी से मरम्मत का काम शुरू करने का फैसला किया है। 

डीजीसीए ने लखनऊ एयरपोर्ट को दिए चेतावनी में बताया था कि मरम्मत नहीं करने पर बड़ी दुर्घटना हो सकती है। 

इससे पहले भी प्रशाशन को डीजीसीऐ से दो बार चेतावनी मिल चुकी है और इसी के चलते लखनऊ एयरपोर्ट ने 23 फरवरी से मरम्मत का काम शुरू करने का फैसला किया है।

क्या होता है रनवे का टर्निंग पैड?

रनवे का टर्निंग पैड उस पॉइंट को कहते हैं जहां से विमान घूमकर रनवे पर आता है और यहीं से उड़ान भरने के लिए इंजन को पावर मिलती है। इससे इस स्थान पर काफी ज्यादा दबाव पड़ता है। हालांकि, अब यही प्वाइंट उखड़ चूका है, ऐसे में यह स्थिति विमानों और उसमें बैठे लोगों के लिए खतरा पैदा कर सकती है।

और क्या-क्या सुधरेगा इन अगले चार महीनों में?

एक एयरपोर्ट प्रबंधक ने बताया कि – “इस चार महीने की अवधि में एयरपोर्ट के रनवे का टर्निंग पैड सुधारने के साथ-साथ एयरपोर्ट में कई तरह के नये अपग्रेड भी होंगे। जैसे कि एयरपोर्ट को 3 नए टैक्सीवे के साथ लिंक किया जायेगा, रनवे में और भी अधिक लाइट्स लगाई जाएँगी ताकि फ्लाइट्स का सञ्चालन सुचारु रूप से हो सके, और साथ ही साथ एयरक्राफ्ट टर्न पेड को और भी मजबूत बनाने के साथ साथ उसका विस्तार भी किया जायेगा।

प्रबंधक ने आगे कहा कि “हमने रनवे के बंद होने के टाइम की सूचना सभी एयरलाइन्स को दे दी है ताकि वे आसानी से अपनी फ्लाइट्स का सञ्चालन कर सकें।

लखनऊ एयरपोर्ट बढ़ाएगा अपनी पैसेंजर हैंडलिंग कैपेसिटी 

एयरपोर्ट ने हाल ही में मिनिस्ट्री ऑफ़ एनवायरनमेंट यानी की पर्यावरण मंत्रालय से ‘एनवायरनमेंट क्लीयरेंस’ प्राप्त किया है ताकि वे अपनी पैसेंजर हैंडलिंग कैपेसिटी को 39 मिलियन सालाना तक बढ़ा सके जो की फ़िलहाल 4.5 मिलियन सालाना है।

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