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 H-1B Visa धारकों के लिए, US जल्द ही डोमेस्टिक वीज़ा रीवेलिडेशन फिर से कर सकता है शुरू

H-1B Visa और L1 Visa पर डेमोस्टिक वीजा रीवेलिडेशन को शुरू करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट का नाम पायलट प्रोजेक्ट है जो साल के अंत में लॉन्च किया जाएगा।

H-1B Visa और L1 वीजा पर हजारों विदेशी टेक्नोलॉजी वर्कस को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से, अमेरिका अगले कुछ सालों में इसे बढ़ाने के लिए पायलट आधार पर कुछ कैटेगरी में डोमेस्टिक वीजा रीवेलिडेशन को फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है।

पायलट प्रोजेक्ट इस साल के अंत में लॉन्च किया जाएगा।

जब पूरी तरह से ये लागू हो जाएगा, तो पायलट प्रोजेक्ट अमेरिका में हजारों भारतीय टेक्नोलॉजी वर्कस के लिए एक बड़ी राहत होगी।

खासकर H-1B, गैर-आप्रवासी वीजा की कुछ कैटेगरी को 2004 तक अमेरिका के अंदर रिन्यू कराया जा सकता है।

अमेरिका में अपने H-1B Visa को रिन्यू कैसे कराएं-

इन वीजा के रिन्यू कराने के लिए, विदेशी टेक्नोलॉजी वर्कस को देश से बाहर जाना पड़ता है।

जब H-1B Visa का रेन्यू किया जाता है, तो होल्डर्स को अपने पासपोर्ट पर रिन्यू की तारीखों के साथ मुहर लगाने की आवश्यकता होती है अगर वे अमेरिका से बाहर यात्रा करना चाहते हैं और देश में फिर से प्रवेश करना चाहते हैं।

फिलहाल, अमेरिका में H-1B Visa रीस्टैम्पिंग की अनुमति नहीं है। रीस्टैम्पिंग केवल किसी भी अमेरिकी कांसुलेट में की जा सकती है।

वीजा रेन्यूअल की क्यों है जरूरत-

दरअसल बीते साल टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम कर रहे हैं कई भारतीय और अन्य देशों के लोगों को जॉब से निकाल दिया गया। ये वर्कस अमेरिका में H-1B Visa के तहत रह रहे हैं।

ऐसे में जॉब जाने के 60 दिन के अंतर उन्हें काम नहीं मिलता है तो उन्हें अपने देश वापस जाना होगा।

इसे लेकर इंडियन-अमेरिकन ऑर्गेनाइजेशन ने वीजा के ड्यूरेशन को बढ़ाकर एक साल तक करने के लिए पिटीशन दर्ज किया था।

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